फाल्गुन पूर्णिमा: गोकुल-विजय रस्म, तिथि, समय, स्नान, दान, मुहूर्त और उपाय
फाल्गुन पूर्णिमा
फाल्गुन पूर्णिमा एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो भारत में हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को फाल्गुन महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह त्योहार हमेशा से ही भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस लेख में, हम इस त्योहार के गोकुल-विजय रस्म, तिथि, समय, स्नान, दान, मुहूर्त और उपाय के बारे में बात करेंगे।फाल्गुन पूर्णिमा एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो भारत में हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को फाल्गुन महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह त्योहार हमेशा से ही भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस लेख में, हम इस त्योहार के गोकुल-विजय रस्म, तिथि, समय, स्नान, दान, मुहूर्त और उपाय के बारे में बात करेंगे।
गोकुल-विजय रस्म
फाल्गुन
पूर्णिमा को गोकुल-विजय रस्म के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार भगवान कृष्ण
के बाल्यकाल में हुए एक महत्वपूर्ण घटना को याद करता है। अनुसार, श्री कृष्ण ने गोकुल में रहते हुए अपने साथीयों के साथ
नाचते हुए गोपियों के साथ रसलीला खेली थी। इस त्योहार के दौरान, लोग गोकुल में जमकर नाचते हुए इस घटना को याद करते हैं।
फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि, शुभ मुहूर्त और समय
फाल्गुन पूर्णिमा को हर
साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह त्योहार हिंदू कैलेंडर के
अनुसार फाल्गुन महीने में आता है। इस वर्ष, फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि 06 मार्च, 2023 है। इस दिन सूर्योदय से पूर्व और सूर्यास्त के बाद यह पूर्णिमा शुरू होती है।
लोग इस दिन सुबह उठकर देवी-देवताओं को बेल पत्र और फूल चढ़ाकर पूजते हैं।
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष
की पूर्णिमा तिथि: 06 मार्च, सोमवार, सायं 04:10 मिनट पर
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष
की पूर्णिमा तिथि समाप्त: 07 मार्च, मंगलवार, सायं 06:18 मिनट पर
उदया तिथि के अनुसार
फाल्गुन पूर्णिमा का स्नान और दान 07 मार्च को होगा।
फाल्गुन
पूर्णिमा दान
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन
दान करने का बहुत ही महत्व होता है। इस दिन धर्मिक तथा दान के अधिक महत्वपूर्ण
होते हैं। इस दिन लोग धन, वस्तुएं तथा भोजन आदि दान
करते हैं। दान करने से व्यक्ति को धन, सुख तथा
समृद्धि प्राप्त होती है। इस दिन लोग भूखे और गरीब लोगों को खाना खिलाकर भी दान
करते हैं। फाल्गुन पूर्णिमा के दिन की धर्म के अनुसार दान करने से अनेक तरह के
दोषों से मुक्ति मिलती है और जीवन में समृद्धि आती है।
इस दिन दान करने के लिए
व्यक्ति कुछ विशेष वस्तुएं दान कर सकते हैं जैसे कि वस्त्र, खाद्य पदार्थ, धन, यंत्र, औषधि, अन्नदान आदि। इस दिन दान करने से व्यक्ति का शुभ कर्म
बढ़ता है और उसे सफलता मिलती है। धर्म के अनुसार दान करने से दान करने वाले को
सदैव धन, समृद्धि और आयु का वृद्धि
होता है। दान करने से लोगों को देने वाले का दिल खुश होता है और दान करने से उसकी
मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
फाल्गुन पूर्णिमा (अलग-अलग उपाय
करके इस दिन का उत्सव मनाएं)
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन हम अलग-अलग उपाय करके इस दिन का
उत्सव मनाते हैं। यहां हम फाल्गुन पूर्णिमा के उपाय कुछ बताएंगे।
1. इस दिन आप स्नान
करें और नदी, तालाब या समुद्र
में जाएं।
2. धार्मिक उपासना
के लिए, भगवान विष्णु के
उपासना करें और इस दिन उनका व्रत रखें।
3. इस दिन आप गोमय
और गोबर से गृह सजावट करें।
4. धन की वृद्धि के
लिए, दान करें। धन्य, गुड़, चावल आदि का दान करना शुभ
माना जाता है।
5. इस दिन आप
ब्राह्मणों को भोजन खिलाएं।
6. फाल्गुन पूर्णिमा
के दिन आप माला धारण करें और भगवान विष्णु का जाप करें।
7. इस दिन आप
सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद पूजा करें।
8. इस दिन अपने
परिवार के साथ वृंदावन या मथुरा घूमने जाएं।
9. फाल्गुन पूर्णिमा
के दिन तुलसी के पौधे को सुंदर ढंग से सजाएं।
10. आप अपने दोस्तों
और परिवार के साथ रंगों से खेलें और मिठाई खाएं।


Comments